आदिम जनजाति परिवारों के बीच स्वच्छता सामग्री एवं खाद्य सामग्री का वितरण

अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन ट्रिकल अप के सहायता से स्थानीय स्वयंसेवी संस्था वैदिक सोसायटी लातेहार ने नेतरहाट के गांव जामटोली में आदिम जनजाति परिवारों के बीच स्वच्छता सामग्री एवं खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। स्वच्छता कीट में चार मास्क, चार साबुन, 4 तालिया, 1 किलो वाशिंग पाउडर, दो पीस सैनिटरी नैपकिन और आधा लीटर सैनिटाइजर कूल 81 परिवारों के बीच वितरित किया गया।

अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन ट्रिकल अप के सहायता से स्थानीय स्वयंसेवी संस्था वेदिक सोसायटी लातेहार ने नेतरहाट के गांव जामटोली में आदिम जनजाति परिवारों के बीच स्वच्छता सामग्री एवं खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। स्वच्छता कीट में चार मास्क, चार साबुन, 4 तालिया, 1 किलो वाशिंग पाउडर, दो पीस सैनिटरी नैपकिन और आधा लीटर सैनिटाइजर कूल 81 परिवारों के बीच वितरित किया गया।

प्रखण्ड स्तरीय बाल संरक्षण समिति गठित ।

चैनपुर प्रखंड में प्रमुख की अध्यक्षता में प्रखंड के सभी विभागों के साथ बैठक कर प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति का गठन किया गया वैदिक सोसाइटी के परियोजना समन्वयक श्री उमेश कुमार ने कहा कि समेकित बाल संरक्षण योजना के अंतर्गत ग्राम से लेकर राज्य स्तर तक बाल संरक्षण समिति का गठन किया जाना है.

इसी के तहत चैनपुर प्रखंड में प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति का गठन गुरुवार को किया गया ट्रेनिंग ऑफिसर विकास कुमार ने कहा कि 18 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति बच्चे होते हैं और इनके संरक्षण के लिए सरकार पूर्ण रूप से कर्तव्यबद्ध है, हर एक जिला में बाल कल्याण समिति और किशोर न्याय परिषद का गठन किया गया है और हर थाने में बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी की नियुक्ति की गई है प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति के कार्य एवं उत्तरदायित्व के जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि मुख्य कार्य बच्चों से संबंधित सभी कानूनों और योजनाओं को प्रखंड में लागू करवाना है।

विकास पदाधिकारी अलका कुमारी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक का समापन हुआ. बैठक में पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग, पंचायती राज विभाग आदि के पदाधिकारी मौजूद थे।

बाल विवाह समाज के लिए एक कलंक : प्रमुख

हेरहंज : प्रखंड सभागार में बाल विवाह उन्मूलन को लेकर वेदिक सोसाइटी, यूनिसेफ झारखंड एवं प्रखंड प्रशासन के संयुक्त रूप में कंसल्टेशन बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख कौशिल्या देवी ने की। मौके पर उन्होंने कहा कि बाल विवाह समाज के लिए एक कलंक है और बच्चों पर एक जुल्म है। इसे समाप्त करना है और हम सभी का मानवीय कर्तव्य बनता है कि लोगों के बीच जागरूकता लायें और बाल विवाह रोकें। जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रीना कुमारी ने बाल संरक्षण के संरचना पर चर्चा करते हुई कहा कि बाल शोषण को रोकने के लिए प्रत्येक जिले में बाल कल्याण समिति का गठन किया गया है और प्रत्येक थाना में बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी नियुक्त किया गया है और अभी झारखंड सरकार की ओर से जरुरत मंद बच्चों को स्पेंशरशिप के तहत दो हजार दिया जाएगा। बैठक को संबोधित करते हुए उमेश कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं व कानूनों को जमीनी स्तर पर लागू कराना है साथ ही नए तरीके भी के माध्यम से जागरूकता फैलानी है। ट्रे¨नग ऑफिसर विकास कुमार ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बाल विवाह से होने वाले दुष्परिणामों को साझा किया और बताया कि लातेहार जिला और झारखंड राज्य में बाल विवाह को औसत दर 37 के लगभग है। इस मौके पर वेदिक सोसायटी के योगेन्द्र ¨सह, उमेश प्रजापति एवं अजय प्रताप देव शामिल थे।

विद्यालय के बच्चों को मिले गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा: राजधानी

लातेहार : वेदिक सोसाइटी एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में शिक्षा विभाग के सहयोग से मध्य विद्यालय चंदनडीह परिसर में प्रखंड स्तरीय इंटरफेस बैठक का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में बीससूत्री उपाध्यक्ष राजधानी प्रसाद यादव ने कहा कि विद्यालय में सरकार के द्वारा सभी प्रकार की सुविधाएं दी गई है। इसके बावजूद विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है। विद्यालय प्रबंधन समिति का यह दायित्व है कि प्रत्येक माह स्कूल प्रबंधन समिति की बैठक करें और जो भी समस्याएं सामने आए उसे आपस में बैठकर समाधान करें। वैसी समस्या जो आपस में बैठकर समाधान होने लायक ना हो उसे संबंधित अधिकारी के पास भेजें। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में वेदिक सोसायटी द्वारा किया जा रहा यह कार्य काफी सराहनीय है और इस प्रकार के काम जिले में पहली बार कोई संस्था कर रही है। कार्यक्रम में लातेहार जिला परिषद के सदस्य विनोद उरांव ने कहा कि विद्यालय से संबंधित छोटी -छोटी जरूरतो को पंचायत स्तर पर भी मुखिया द्वारा पूरा किया जा सकता है। वही बड़ी योजनाओं के लिए जिले के अधिकारी मिलकर उसे पूरा कराने का प्रयास करेंगे। लातेहार प्रखंड प्रमुख अशोक ¨सह और पोचरा पंचायत के पूर्व मुखिया रामेश्वर ¨सह ने भी लोगों को अपने स्तर से समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में लोगों का स्वागत वैदिक सोसाइटी के सचिव चंद्रशेखर प्रसाद ¨सह ने किया।मंच का संचालन प्रोजेक्ट मैनेजर विनय कुमार विश्वास ने किया। कार्यक्रम में लातेहार प्रखंड के विभिन्न स्कूलों से आये विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों ने विद्यालय से संबंधित समस्याओं को रखा ।कार्यक्रम में मुख्य रूप से वेदिक सोसायटी के विकास कुमार प्रखंड कोऑर्डिनेटर कुमार अभय, योगेश्वर प्रसाद ,अखिलेश कुमार सिन्हा, पटू रजक, रूपेश कुमार संजय मिश्रा उपस्थित थे।

बाल विवाह करने वाले अभिभावक होंगे सरकारी योजना से वंचित : उपायुक्त

लातेहार : समाहरणालय सभागार में सोमवार को यूनिसेफ झारखंड, जिला प्रशासन एवं वेदिक सोसाइटी के संयुक्त सहयोग से बाल विवाह उन्मुलन एवं कार्य योजना बनाने को लेकर जिलास्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में उपायुक्त राजीव कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त राजीव कुमार ने कहा कि बाल विवाह कानूनन अपराध है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह एक ऐसा अभिशाप है जो बच्चों का जीवन बर्बाद कर देता है। उन्होंने कहा कि जिले में एक भी बाल विवाह नहीं हो इसके लिए जिले के सभी लोगों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। उन्होंने बाल विवाह को रोकने के लिए ग्रामीणों में जागरूकता लाकर बाल विवाह के प्रति सोच बदलने होंगे। कार्यशाला में वेदिक सोसाइटी के सचिव चंद्रशेखर ¨सह एवं बाल सुरक्षा विशेषज्ञ विनय कुमार विश्वास के द्वारा बाल विवाह उन्मूलन को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। इस दौरान उन्होंने बाल विवाह उन्मूलन करने को लेकर विभागवार पदाधिकारियों को उनके जिम्मेदारियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि बाल विवाह में लातेहार जिला पूरे राज्य में 13 वें स्थान पर है, जबकि जिले में बाल विवाह का प्रतिशत 37 है। मौके पर डीआरडीए निदेशक संजय भगत, डीएसपी कैलाश करमाली, जिला कल्याण पदाधिकारी रमेश चौबे, सीडडब्बलूसी अध्यक्ष डॉ. मुरारी झा, डीसीपीओ रीना कुमारी, रमेश कुमार मिस्त्री, मो. साहिल अख्तर, पेयजल कार्यपालक अभियंता रंजीत कुमार ठाकुर, उमेश कुमार, विकास कुमार,सुमंत कुमार,अजय प्रताप देव , कुमार अभय समेत अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे।https://m.jagran.com/jharkhand/latehar-child-marriage-guard-will-be-deprived-of-government-scheme-18896394.html

बाल विवाह करने वाले होंगे सरकारी योजना से वंचित : बाल विवाह को लेकर आयोजित कार्यशाला में उपायुक्त राजीव कुमार ने कहा कि अधिकारी सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि जिले में बाल विवाह नहीं हो। उन्होंने कहा कि अगर जो भी अभिभावक बाल विवाह करता है उनके राशन कार्ड खत्म करें एवं अन्य सुविधाओं से भी वंचित कर दें।

वार्ड सदस्य एवं आंगनबाड़ी सेविका को सौंपने होंगे बाल विवाह नहीं होने के प्रमाण : उपायुक्त राजीव कुमार ने बाल विवाह उन्मूलन को लेकर निर्देश दिए कि प्रत्येक वार्ड सदस्य एवं आंगनबाड़ी सेविका को यह प्रमाण पत्र देना होगा कि उसके क्षेत्र में एक भी बाल विवाह नहीं हुआ है। अगर ऐसा होगा तो वार्ड सदस्य एवं आंगनबाड़ी सेविका पर जबावदेही तय की जाएगी। —-पंचायत स्तर पर हो विवाह का आयोजन : बाल विवाह उन्मूलन को लेकर उपायुक्त राजीव कुमार ने अधिकारियों को पंचायत स्तर पर जोड़ों का विवाह करवाने की योजना बनायी। उपायुक्त राजीव कुमार ने सभी पंचायत प्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों को इस कार्य योजना को सफल क्रियान्वयन को लेकर जिम्मेवारी सौंपी। उन्होंने कहा कि जब सरकारी सहयोग से पंचायतस्तर पर विवाह होने आंरभ हो जाएंगे तो बाल विवाह में कमी आएगी।

बाल विवाह उन्मूलन की बनी कार्य योजना,कोर कमेटी का होगा गठन: जिला प्रशासन एवं वेदिक सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में बाल विवाह उन्नमुलन को लेकर उपायुक्त राजीव कुमार की अध्यक्षता में बाल विवाह उन्नमुलन को लेकर कार्य योजना तैयार किया गया एवं बाल विवाह को रोकने एवं इसके सफल क्रियान्वयन को लेकर कोर कमेटी गठित करने का निर्देश दिए गए।